मॉ की प्रेरणा से ’’सम्बल’’......!
भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति की स्थापना पद्मभूषण डी.आर मेहता की कार दुर्घटना से पैर की चोट ने,1975 में एक संस्था का उद्भव कर दिया जो आज देश के अधिकांश प्रांतो में करीब 1.5 करोड लोगो के अलावा विश्व के 28 देशो में 50 से अधिक कैम्प करवाकर 21000 से अधिक विदेशी लोगो के कटे पैर दुरूस्त कर जीवनदान प्रदान कर चुकी है । ’’सम्बल उसी संस्था का एक महिला प्रकोष्ठ है’’ हाथ पैर से लाचार नहीं वरन् जीवन में निराश बहनों में आशा का संचार करने की उत्कृष्ट भावना से महावीर विकलांग की एक इकाई के रूप में महिला प्रकोष्ठ ’’सम्बल’’ का शुभारम्भ हुआ ।
महिला विकास कार्यक्रम के तहत मुझे जोधपुर जिले के दूर दराज गांवों में जाने का एवं महिलाओं के साथ महिलाओं के लिये काम करने का सुअवसर मिला था । समाज की कुछ रूडीवादी परम्पराओं तथा पुरूषांे में शराब एवं अन्य नशे की आदतों से महिलाओं की बिगडी स्थितियों को देख कर तरस आता था ।
यूनिसेफ के सहयोग से सरकार के महिला विकास के इस अभिनव प्रोजेक्ट में भी महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कोई फण्ड नहीं था । डी.आर.मेहता साहिब की प्रेरणा एवं मार्गदशन से एक रास्ता निकल ही आया ।
प्रायोगिक तौर पर दिसम्बर 1989 में यहा के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में डी.पी.साबूजी के यहा 27 महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया था । यह धनराशि उपस्थित लोगो के सहयोग से एकत्रित हो गई । हमारा हौसला बढा और 7 फरवरी 1990 को विधिवत इस संस्था का गठन किया गया । इस तरह कार्य पहले प्रारम्भ हुआ फिर उसके सुखद भविष्य की कल्पना कर संस्था की स्थापना हुई । आशा है इसी प्रकार इस पुनीत कार्य में सबका सहयोग सदा बना रहेगा ।
महिलाओं को स्वयं अपने पैरो पर खडा होने तथा आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से संस्था द्वारा महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराया जाता हेै।
आशा है इसी प्रकार इस पुनीत कार्य में सबका सहयोग सदा बना रहेगा ।
Phone : 0291 255-11-57
E-Mail : sushilapbohra@gmail.com
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