STORIES OF CHANGE

क्या कहते है प्रशिक्षणार्थी.....!

चॉदनी चौहान

मेरी सिलाई सीखने की इच्छा बहुत अरसे से थी,लेकिन हमारी आर्थिक स्थिति इतनी सुदृढ नहीं है कि मेरे पिता भारी फीस देकर मुझे सिलाई प्रशिक्षण दिला सके ं इस संस्था की जानकारी हुई तो मुझे यहां बहुत ही कम फीस में सिखने का अवसर मिल गया । यहां बहुत अच्छा सिखाते हेै । व्यवहारिक प्रशिक्षण के अलावा कापी में डायग्राम तथा सिद्धान्तिक प्रशिक्षण भी देते हेै,जिससे भविष्य में चित्रित डायग्राम के सहयोग से हम सभी नाप के छोटे मोटे कपडों की सिलाई कर सके । यहा कान्ता तौमर मैडम बहुत अच्छा सिखाती हेै । संस्था की सचित महोदय भी बराबर आती रहती हेै । संस्थान को धन्यवाद देती हॅू कि उन्होने मेरा सपना साकार करने का अवसर प्रदान किया ।

नसीम बानो

मेरे घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब रही है । इसलिये मैं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति महिला प्रकोष्ठ ’’सम्बल’’ जोधपुर में सिलाई सीख रही हॅू । यहां पर बहुत ही सरल एवं निपुणता से सिलाई की बारीकी सिखाई जाती है । जिससे सिलाई सीखने में आसानी होती है। मुझे यहा पर सिलाई सीखकर बहुत अच्छा लग रहा है । मेै सिलाई का कोर्स सीखकर पिताजी की आर्थिक रूप से मदद करना चाहती हॅू । ’’सम्बल’’ गरीब महिलाओं को काम दिलाने के लिए बहुत अच्छा स्त्रोत है यहां महिलाएं स्वरोजगार प्राप्त कर रही है और अपना व अपने परिवार का भविष्य संवारती है । मै महिला होने के नाते ’’सम्बल’’ से हमेशा जुडी रहूगी और अपनी ही तरह दूसरी महिलाओं को भी सक्षम बना सकूं यही मेरी कामना है ।

मनीषा तंवर

मै एक गरीब परिवार से हूॅ । किसी अन्य संस्थान से पार्लर सीखने हेतुु भारी भरकम फीस जमा कराने में असमर्थ हूॅ इसलिये मै ’’सम्बल’’ से ब्यूटी पार्लर का कोर्स कर रही हॅू । यहा पर बहुत ही सरल और अच्छे तरीके से शमा मैडम पार्लर कोर्स की जानकारी लिखित और मौखिक तरीके से देती है । जिससे कय कोर्स सीखने में बहुत आसानी हो रही है मुझे यह प्रशिक्षण लेना बहुत अच्छा लग रहा है। मैं ब्यूटी पार्लर का कोर्स सीखकर स्वयं का पार्लर खोलना चाहूॅगी । ’’सम्बल’’ गरीब महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने का बहुत अच्छज्ञ स्त्रोत है जिससे महिलाए रोजगार प्राप्त कर सकती है और साथ् ही मै खुद का भविष्य भी संवार सकती हूूॅ । मै अपनी ही तरह दूसरी महिलाओं को भी इस संस्था की जानकारी दूंगी ।

नजमा बानो

मै शारीरिक रूप से विकलांग हॅू । लेकिन मै आत्म निर्भर बनना चाहती हॅू । ’’सम्बल’’ संस्थान में ब्यूटी पार्लर का कोर्स इसलिए कर रही हॅू । विकलांग होने के कारण संस्था मुझे बहुत सहयोग कर रही हेै । मैडम मुझे बहुत अच्छे तरीके से सिखा रही है। मै सिखने के बाद संस्था के सहयोग से स्वयं का पार्लर खोलूगी जिससे मै किसी पर निभर्र न रहूॅ व स्वावलम्बी बन जाउ तथा अन्य महिलाओं को भी ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण दूगी । मुझे यहा बहुत अच्छा लगता है ।

शाहना परविन

मै यहा सम्बल में मेहन्दी सीखने आई हूॅ मुझे यहां आने के बाद बहुत अच्छा लगा । मेहन्दी यहां बहुत कम पैसों में लेकिन बहुत ही अच्छी सीखाते है। ऐसी पहली संस्था देखी है जहां कम पैसों में इतनी अच्छी और ’’ब्राइडल मेहन्दी’’ सीखने को मिल रही है। मैं मेहन्दी सीखने के बाद यहां जो भी कोर्स सीखाये जाते है वे सारे कोर्स सीखना चाहूॅगी तथा मेरे आस-पास जो भी महिलाये है उन्हें भी यह सब सीखने के लिये प्रेरित करूगी ।